कोलकाता. भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा शनिवार को कोलकाता में 80 से ज्यादा पार्टी कार्यकर्ताओं के तर्पण कार्यक्रम में शामिल हुए। ये कार्यकर्ता पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा का शिकार हुए थे। भाजपा सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के इस कार्यक्रम का मकसद बंगाल में फैली हिंसा के मुद्दे को जनता के सामने पेश करना था।
बंगाल में ममता की सरकार का समय खत्म: नड्डा
कोलकाता में एक सेमिनार के दौरान शुक्रवार को नड्डा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा था। अनुच्छेद 370 का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा था कि भाजपा बंगाल की एक महान शख्सियत श्यामा प्रसाद मुखर्जी का एक सपना पूरा करके आई है। राज्य में ममता सरकार का समय अब खत्म हो चुका है और यहां जल्द ही भाजपा सरकार बनाएगी।
'क्या ममता को सिर्फ अपनी कुर्सी की चिंता है'
नड्डा ने ममता से सवालिया अंदाज में पूछा- “क्या उनके लिए वोट बैंक, सत्ता और राजनीति राष्ट्रहित से बड़ी है? कुर्सी देश से ज्यादा अहम कैसे हो सकती है। उन्हें बताना चाहिए कि आखिर क्यों उनकी पार्टी ने देश को जोड़ने के एक कदम का विरोध किया। जब देश में मजबूती और एकता होती है तभी ऐसे लोग सत्ता से जाते हैं।” राहुल गांधी पर नड्डा ने कहा कि उनके बयान को पाकिस्तान ने यूएन में भारत का विरोध करने के लिए इस्तेमाल किया। क्या यही उनका राष्ट्रवाद है? यही उनकी देशभक्ति है?
नेशनल कॉन्फ्रेंस-पीडीपी ने लोगों को जानबूझकर भटकाया
दूसरी तरफ कश्मीर की स्थानीय पार्टियों पर नड्डा ने कहा कि फारूक अब्दुल्ला-उमर अब्दुल्ला और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने लगातार झूठ बोलकर देश को भटकाने का काम किया। अनुच्छेद 370 कश्मीर को विशेष दर्जा देने के लिए नहीं था, यह सिर्फ अस्थायी प्रावधान था।